प्रयागराज प्रतियोगी छात्रों ने मांग की है कि तेजी से बढ़ रहे कोविड के मामलों को देखते हुए 23 जनवरी को प्रस्तावित उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) को टाल दिया जाए।
प्रदेश भर में आयोजित होने वाली इस परीक्षा में 12 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे। ट्रेनें और बसें छात्रों से भरी रहेंगी। ऐसे में संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाएगा। युवा मंच के संयोजक राजेश सचान का कहना है कि अगर सरकार छात्रों की इतनी हितैषी है तो सबसे पहले शिक्षक भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करे। हाल में कोई भर्ती नहीं होने जा रहे रही। ऐसे में संक्रमण के खतरे के बीच यूपीटीईटी के आयोजन का कोई औचित्य नहीं।
