देवरिया। कोरोना महामारी के दौरान जिन बच्चों के माता-पिता दोनों की मृत्यु हो चुका है और इन बच्चों की पढ़ाई छूट चुकी है। ऐसे बच्चों को जिले में चिह्नित किया जाएगा इसके लिए नोडल अधिकारी डीआईओएस को बनाया गया है। ऐसे ड्रॉप आउट बच्चों को चिह्नित कर उनका स्कूलों में नामांकन कराया जाएगा।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने जिलाधिकारी को कॉविड- 19 महामारी के कारण जिन बच्चों के माता-पिता या एकल की मृत्यु हो गई है, उनकी पढ़ाई-लिखाई बाधित न हो। ऐसे बच्चों को चिह्नित करने का आदेश दिया है।
बिना किसी बाधा के उनकी प्रारंभिक शिक्षा पूर्ण कराए जाने के निर्देश आयोग एवं उच्चतम न्यायालय की ओर से दिए गए हैं। इस संबंध में जिलाधिकारी को पत्र आया है। इसके अंतर्गत शिक्षा विभाग से नोडल अधिकारी नामित किया जाना है।
डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने जिले का नोडल डीआईओएस को बनाया है। आदेशों के अनुपालन के लिए बीएसए, जिल्ला परिक्षा अधिकारी, बाल कल्याण समिति, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को भी नामित किया गया है।
उधर, डीआईओएस डॉ. विनोद कुमार राय ने बताया कि माध्यमिक व बेसिक विभाग से ऐसे बच्चों को सूची मांगी गई है। ऐसे विद्यार्थियों को शासन की ओर से जितनी अनुमन्य सुविधाएं होंगी, सब प्रदान की जाएंगी।