राज्य ब्यूरो, जागरण पटना: राज्य
के तमाम सरकारी विद्यालयों में
निरीक्षण अभियान को और प्रभावी
बनाया जाएगा। इसके लिए शिक्षा
विभाग की ओर से सभी जिला शिक्षा
अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
इसमें कहा गया है कि राजकीयकृत,
परियोजना एवं उत्क्रमित माध्यमिक
तथा उच्च माध्यमिक विद्यालयों में
निरीक्षण कार्य को प्रभावी बनाने के
लिए प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों पर
निगरानी रखें। इसमें प्रखंड शिक्षा
पदाधिकारियों को ज्यादा सक्रियता
दिखानी होगी। निर्देश के मुताबिक सभी विद्यालयों के शैक्षणिक वातावरण में सुधार, समुचित अनशासन, शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों पर समुचित नियंत्रण, शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को समयनिष्ठ बनाना, उपस्कर एवं अन्य सामग्री का संरक्षण, उनका लेखा आदि पर भी निरीक्षण को फोकस किया जाना चाहिए। विद्यालयों के संचालन में अभिभावकों एवं स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों का सहयोग लेना चाहिए। विद्यालय भवन की मरम्मती एवं
सफाई की व्यवस्था, विद्यालय के
विकास कार्यक्रमों की व्यवस्था,
विकास के लिए प्राप्त अनुदान
राशि का समय पर उपयोग व लेखा
संधारण की व्यवस्था भी निरीक्षण
में देखा जाना चाहिए। साथ ही विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक समय-समय पर बुलाना चाहिए और इस बैठक की कार्यवाही तैयार कर उसका संधारण आवश्यक है। शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों पर पूर्ण नियंत्रण, विद्यालय में समुचित अनुशासन, शिक्षण की प्रगति, पाठ्यक्रम के तहत शिक्षकों की प्रगति को निरीक्षण कार्य में शामिल किया जाना चाहिए। वहीं निरीक्षण में जाने वाले निरीक्षी अधिकारियों से कहा गया है कि विद्यालयों में प्रयोगशाला, पुस्तकालय की समुचित साफ-सफाई व रख-रखाव, मासिक, त्रैमासिक, अद्धवार्षिक एवं वार्षिक परीक्षाओं का समय से संचालन, मूल्यांकन एवं परीक्षाफल की निरीक्षी अधिकारी अपनी रिपोर्ट में इन बातों का उल्लेख करें।