प्रतिदिन लागू किए जा रहे नए-नए फरमानों से तंग आकर बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर शिक्षकों ने शुक्रवार को काली पट्टी बांध कर ड्यूटी की। प्रखंड शिक्षक संघ के अध्यक्ष रंजन कुमार ने बताया कि हम लोग अपनी ड्यूटी सही समय पर सही तरीके से निभाते आए हैं और निभाते रहेंगे। लेकिन, आज शिक्षकों के लिए -प्रतिदिन लागू किए जा रहे नए-नए - तुगलकी फरमान से शिक्षक काफी आहत हैं। इस तुगलकी फरमान के विरोध स्वरुप शुक्रवार को सभी शिक्षक काली पट्टी लगाकर - अपने-अपने कार्य पर जुटे रहे। उन्होंने कहा कि यह विरोध की आंशिक चेतावनी मात्र है। अगर शिक्षकों के प्रति व्यवहार में सुधार नहीं हुआ तो उग्र प्रदर्शन से भी पीछे नहीं हटेंगे। मौके पर जिला उपाध्यक्ष बलिंदर सिंह, मीडिया प्रभारी संजय प्रसाद सहित अन्य उपस्थित थे।
गुरुआ प्रखंड के उत्क्रमित हाईस्कूल, बिरहिमा, मध्य विद्यालय, तमरुआ, प्राथमिक विद्यालय, आरसी खुर्द समेत विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों ने शुक्रवार को काला बिल्ला लगाकर बिहार सरकार द्वारा निर्धारित समय-सारणी का जमकर विरोध किया। इस दौरान शिक्षक अपने हाथों में काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य कर रहे थे। डीएसवाई प्राथमिक विद्यालय, फेसरा के प्राचार्य रंजीत कुमार सिंह, प्राथमिक विद्यालय, नूरपुर राजोखाप के वरीय शिक्षक अमरेंद्र
कुमार सिंह, रामाशीष प्रजापत, इंजीनियर पवन कुमार, सतीश कुमार समेत कई शिक्षकों ने बताया कि समय-सारणी में परिवर्तन करने की मांग को लेकर बिहार के तमाम शिक्षक काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य कर रहे हैं। यहां हीट वेव के दौरान 1:30 में विद्यालय से छुट्टी होने के बाद छात्रों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसलिए शिक्षक संघ बिहार सरकार द्वारा प्रस्तावित समय-सारणी का विरोध कर रहा है।