पटनाः उमस भरी गर्मी की वजह से गुरुवार को पश्चिम चंपारण और जहानाबाद जिले में 32 स्कूली बच्चे बेहोश हो गए। पश्चिम चंपारण जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुबह करीब 11.30 बजे अलग-अलग कक्षाओं में मौजूद 20 छात्राएं और तीन छात्र बेहोश हो गए। इससे अफरातफरी मच गई। सूचना पर पहुंचे अभिभावकों ने हंगामा किया। आरोप लगाया कि स्कूल में कोई व्यवस्था नहीं है। क्षमता से अधिक छात्रों का नामांकन कर लिया गया है। कक्षा में पंखे दिखावा के लिए लगे हैं। रोज स्कूल आने के लिए मजबूर किया जाता है। एक बेंच पर आठ छात्र
बैठते हैं। हालांकि, आधा घंटे बाद पुलिस के समझाने पर अभिभावक मानें। इस बीच स्कूल प्रबंधन ने बेहोश छात्राओं को एंबुलेंस और निजी सवारी से प्राथमिक स्वास्थ्य (पीएचसी) केंद्र बैरिया में पहुंचाया। जबकि, तीन छात्रों को ओआरएस
का घोल दिया गया। तीनों स्कूल में ही स्वस्थ हो गए। सभी छह से नौवीं कक्षा के हैं। बैरिया पीएचसी में डा. प्रिया प्रसाद के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने बीमार छात्राओं की उपचार किया। पांच छात्राओं की स्थिति गंभीर देख गवर्नमेंट मेडिकल कालेज
अस्पताल, बेतिया रेफर किया गया। उधर, जहानाबाद जिले के काको प्रखंड के दक्षिणी क्षेत्र में संचालित आवासीय आंबेडकर बालिका विद्यालय में नौ छात्राएं अचेत हो गईं। आनन-फानन में छात्राओं को सदर अस्पताल लाया गया, जहां उपचार के बाद सबकी स्थिति सुधरी। सदर अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि उमस भरी गर्मी के कारण छात्राओं की तबीयत खराब हुई थी। छात्रावास व कक्षाओं में पर्यप्त संख्या में कूलर व पंखा नहीं होने की बात बताई जा रही है। गुरुवार को काको का अधिकतम तापमान 40 डिग्री के आसपास था लेकिन तेज धूप व उमस के कारण परेशानी बढ़ी हुई थी।

