पटना, हिन्दुस्तान ब्यूरो। सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों को नये स्कूलों में पदस्थापित करने के पहले उनके किसी दो प्रखंडों और कुछ स्कूलों का विकल्प मांगा जा सकता है।
स्थानांतरण और पदस्थापन को लेकर गठित कमेटी सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षकों के पदस्थापन की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में जुटी है। यह प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है कि शिक्षकों से विकल्प लिये जाएंगे। प्रतिदिन पदाधिकारी इस पर मंथन भी कर रहे हैं, जिसपर जल्द ही फैसला लिये जाने की उम्मीद है। अन्य कई प्रावधानों पर कमेटी मंथन कर रही है। विभाग ने यह तय किया है कि पहले सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण एक लाख 87 हजार शिक्षकों का पदस्थापन किया जाएगा। इसके बाद बीपीएससी से चयनित शिक्षकों का स्थानांतरण होगा। जानकारी के अनुसार सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों को जो
जिला आवंटित किया गया है, उसी जिले के प्रखंडों और स्कूलों का विकल्प मांगा जाएगा। मालूम हो कि पदस्थापन को लेकर स्कूलों को भी पांच श्रेणियों में बांटा जा रहा है। इनमें शहरी, अर्द्धशहरी, ग्रमीण, पहाड़ी तथा दियारा क्षेत्र के स्कूल शामिल हैं। 40 साल से कम उम्र वाले सुदूर
के शिक्षकों को सुदूर क्षेत्रों के स्कूलों में पदस्थापित किया जाएगा। बीमार और महिला शिक्षकों के पदस्थापन को लेकर भी विशेष प्रावधान होगा। पति-पत्नी दोनों शिक्षक हैं, तो उनके लिए भी नियम बन रहे हैं। नये स्कूलों में पदस्थापन के बाद सरकारी शिक्षक का दर्जा प्राप्त होगा। एक अगस्त से काउंसिलिंग उन्हें आवंटित जिलों में की जा रही है।
स्थानांतरण के लिए बनी कमेटी की बैठक
पटना। शिक्षकों के स्थानांतरण और पदस्थापन को लेकर बनी कमेटी की बैठक शनिवार को होगी। विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में यह कमेटी गठित है। अनुकंपा पर नियुक्ति, अवकाश तालिका के निर्माण और बिहार शिक्षा सेवा के कैडर के पुनर्गठन पर भी रिपोर्ट तैयार की जा रही
है।

