आलोक द्विवेदी | पटना
राज्य में इन मामलों में पकड़े जाते रहे हैं अभ्यर्थी...
बायोमेट्रिक अटेंडेंस के समय सबसे अधिक फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए। फेस स्कैनर के दौरान फोटो का मिलान नहीं होने की वजह से अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी हुई। • स्कॉलर द्वारा परीक्षा देने के सबसे कम मामले सामने आए हैं।
बीपीएससी द्वारा ली जाने वाली परीक्षा में कदाचार के आरोप में गिरफ्तर अभ्यर्थी देश भर में ब्लैक लिस्टेड होंगे। ये देश के किसी भी आयोग की परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे। इसके लिए बीपीएससी देश के सभी राज्यों के आयोग और प्रतियोगी परीक्षा लेने वाली संस्थाओं को पत्र लिखेगा। गिरफ्तार अभ्यर्थियों की जानकारी देगा। साथ ही स्कॉलर और वास्तविक अभ्यर्थी भी अयोग्य घोषित होंगे। गौरतलब है कि जनवरी से जुलाई तक बीपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षाओं में लगभग 200 अभ्यर्थी कदाचार के आरोप में गिरफ्तार हुए हैं। इसमें 60 अभ्यर्थी टीआरई 3 की परीक्षा में गिरफ्तार हुए हैं।
सिग्नेचर का मिलान नहीं होने के कारण अभ्यर्थियों को पकड़ा गया। • नकल करने के आरोप में अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी हुई।