निलंबित शिक्षक के खिलाफ दर्ज होगी रिपोर्ट, शिक्षक के खिलाफ बीएसए ने एसएसपी को दिया प्रर्थना पत्र
मथुरा, हिन्दुस्तान संवाद। सोशल मीडिया के माध्यम से विभाग की छवि धूमिल करने के मामले में निलंबित शिक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए बीएसए सुनील दत्त ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र दिया है।
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी सुनील दत्त ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि निलंबित शिक्षक सोशल मीडिया के माध्यम से आधारहीन पोस्ट करके विभाग की छवि धूमिल करने, जान से मारने तथा विजिलेन्स व एण्टी करप्शन टीम से पकड़वाए जाने की धमकी दे रहे हैं। निलंबित सहायक अध्यापक आलोक उपाध्याय उच्च प्राथमिक विद्यालय डहरूआ विकास खंड मांट वर्तमान में सम्बद्ध कार्यालय खण्ड शिक्षाधिकारी, नौहझील को विभिन्न आरोपों में निलंबित किया गया है। आलोक उपाध्याय द्वारा अपने फेसबुक पेज एवं व्हाट्सग्रुप (परिषदीय अध्यापक, मथुरा) जिसमें कि जनपद के काफी संख्या में शिक्षक शिक्षिकाएं जुड़े हुए हैं। उक्त फेसबुक पेज एवं व्हाट्सएप ग्रुप पर आलोक उपाध्याय के द्वारा शिक्षक शिक्षिकाओं को भ्रमित करने, जनपद स्तर पर बीएसए व विभाग की छवि को धूमिल करने के लिए लगातार साक्ष्यविहीन पोस्ट मैसेज किए जा रहे हैं। आलोक उपाध्याय द्वारा ग्रुप से जुड़े शिक्षक शिक्षिकाओं को एण्टी करप्शन टीम व विजिलेन्स टीम के जनपद में
■ शिक्षक के खिलाफ बीएसए ने एसएसपी को दिया प्रर्थना पत्र
■ सेशल मीडिया पर विभाग की छवि को धूमिल कर रहा है निलंबित शिक्षक
बने होने तथा विभागीय अधिकारियों पर गाज गिरने जैसी भ्रामक पोस्ट डालीं थी। वहीं सहायक अध्यापक पुष्पेन्द्र सिंह चौधरी सहित कई ने उनकी पोस्टों पर कमेंट का समर्थन करते हुए दुष्प्रचार किया। बीएसए सुनील दत्त ने बताया कि सोशल मीडिया पर किए कमेंट में निपटाने की बात कही गई है, जिसका तात्पर्य उन्हें जान से मारने तथा पटल सहायक ब्रजराज सिंह को एण्टी करप्शन टीम से पकड़वाया जाना है। इस पोस्ट व कमेंट से आलोक उपाध्याय व उसके साथियों की एण्टी करप्शन, विजिलेन्स टीम के साथ संलिप्तता की पुष्टि होती है। शिक्षक आलोक उपाध्याय उसके साथियों पर गैंगस्टर व विभिन्न धाराओं में मुकदमें दर्ज हैं। आलोक उपाध्याय और उसके साथी दबंग तथा आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं, जिनके द्वारा उनके साथ कभी भी कोई गम्भीर व अप्रिय घटना हो सकती है। बीएसए ने बताया कि उन्होंने एसएसपी को शिकायती पत्र देकर आलोक उपाध्याय सहित अन्य शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की अपील की गई है।