2400 शिक्षकों को मिला नया जिला, इंतज़ार में थे महीनों से
पटना। लंबे इंतज़ार और आचार संहिता की बंदिशों के बाद शिक्षा विभाग ने अंततः बुधवार को 2400 शिक्षकों को नए जिलों में स्थानांतरित कर दिया। ये वे शिक्षक थे, जिन्हें पहले चरण में तीन-तीन विकल्प देने के बावजूद किसी भी पसंदीदा जिले में जगह नहीं मिल सकी थी। बाद में विभाग ने इनसे पुनः तीन नए जिलों के विकल्प आमंत्रित किए थे, जिसके आधार पर यह नई सूची जारी की गई है। पूरा प्रोसेस ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर ऑनलाइन माध्यम से संपन्न हुआ।
बिहार विधानसभा चुनाव की अधिसूचना और आचार संहिता समाप्त होने का इंतज़ार करने के बाद यह कार्रवाई संभव हो सकी। विभाग ने 23 से 28 सितंबर के बीच इन शिक्षकों के नए विकल्प प्राप्त किए थे, जिसके बाद अब उनका स्थानांतरण अंतिम रूप से किया गया।
इधर, जिन शिक्षकों का जिला आवंटन पहले ही हो चुका था, उनकी भी स्कूलों में तैनाती प्रक्रिया जल्द शुरू होने की संभावना है। शिक्षा विभाग ने संकेत दिए हैं कि पहले सूची वाले शिक्षकों की जॉइनिंग जल्द सुनिश्चित कराई जाएगी।
गौरतलब है कि पूरे राज्य से 41,689 शिक्षकों ने 5 से 13 सितंबर के बीच ऐच्छिक तबादले के लिए आवेदन किया था। इनमें से 24,600 शिक्षकों को उनकी पसंद के जिलों में ही भेज दिया गया था। हालांकि, करीब 17,000 शिक्षक ऐसे थे जिनके विकल्प वाले जिलों में रिक्तियां उपलब्ध नहीं थीं, जिसके कारण उन्हें पहले चरण में मौका नहीं मिल पाया था।
विभाग द्वारा जारी यह नई सूची उन्हीं शिक्षकों की प्रतीक्षा का अंत मानी जा रही है, जिन्हें अपने पसंदीदा जिले नहीं मिल सके थे और जिन्हें दूसरी बार नए विकल्प देने पड़े थे।

