बघौचघाट प्रदेश सरकार प्राथमिक स्कूलों को हाईटेक करने में जुटी है। वहीं कई विद्यालय ऐसे भी हैं जिनके पास अपना भवन नहीं है। इन्हीं में से एक है गौरकोठी धर्मपुर का प्राथमिक स्कूल यहां बच्चे खुले में पढ़ते हैं। यहाँ नहीं विद्यालय पर जाने को रास्ता भी नहीं है, ऐसे में बच्चों को नदी का किनारा पकड़ कर जाना पड़ता है। इस ओर भी किसी का ध्यान नहीं है।
विकास खंड रामपुर कारखाना की ग्राम पंचायत गौरकोठी धर्मपुर के प्राथमिक विद्यालय में 86 बच्चों का नामांकन है। बच्चे रोज पढ़ने भी स्कूल पहुंच रहे हैं। यहां सिर्फ एकल कक्ष है। यही ऑफिस व सामान रखने के काम आता है। ऐसे में बच्चे खुले आसमान के नीचे बैठ कर पढ़ते हैं। तेज धूप हो या वारिश, बच्चे यहां हर दिन आते हैं। यहां पुराना
भवन जो जर्जर हो गया था उसे विभाग ने नीलाम कराकर तुड़वा दिया। अब तक नया भवन नहीं बन बन पाया है। स्कूल के प्रधानाध्यापक ने कई बार विभाग को इस संबंध में प्रस्ताव लिखकर दिया है। ग्राम प्रधान बृजकिशोर कुशवाहा ने भी उच्चाधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया है कि विद्यालय का अपना कोई भवन नहीं है। ऐसे में बच्चे खुले आसमान के नीचे बैठते हैं, अब तक इस संबंध में कोई पहल नहीं की गई है। विद्यालय में तीन शिक्षामित्र व दो सहायक अध्यापक हैं। स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक अमित दुबे ने मंगलवार को बताया कि बारिश के दिनों में काफी समस्या रही हैं। भवन बन जाता तो बच्चों की संख्या और बढ़ जाती।
उधर, बीएसए संतोष राय ने बताया कि नए भवन निर्माण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। बजट आने के बाद भवन निर्माण कराया जाएगा।