सदर विधायक व कैबिनेट मंत्री के गोद लिए गए स्कूल बदहाली के शिकार
पडरौना कायाकल्प योजना के तहत कुछ स्कूलों में तो चमचमाता हुआ फर्श पेयजल और शौचालय का निर्माण हो गया है, लेकिन अभी भी कई स्कूलों में जरूरी संसाधनों का अभाव है। अन्य स्कूलों की बात कौन कहे, सदर विधायक व कैबिनेट मंत्री के गोद लिए स्कूल की हालत ही सबसे है। यहां
बच्चों के बैठने के लिए बेंच तक नहीं, खराब दूषित पानी पीते हैं
के स्कूल की बाउंड्री टूटी है और शौचालय भी जर्जर हो गया है। सदर विधायक व कैबिनेट मंत्री
स्वामी प्रसाद मौर्य ने परिषदीय स्कूलों को मॉडल के रूप में प्रस्तुत में करने के लिए नगर से सटे •सोहरौना स्थित प्राथमिक विद्यालय को गोद लिया है। इस विद्यालय में कुल 203 छात्र-छात्राएं नामांकित है। इसमें से 178 विद्यार्थी बुधवार को पढ़ने आए थे। इन विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए कुमारी रोशनी, सीमा, कुमारी अंजू कुमारी सुमन और रंजीता कुमारी समेत पांच शिक्षक तैनात हैं। लेकिन इस विद्यालय में बनी बाउंड्रीवाल मरम्मत के अभाव में टूट गई है। शौचालय भी जर्जर होने से बच्चे इसमें जाने से कतराते हैं। पेयजल की व्यवस्था भी सही नहीं है।
नगर के सटे विशुनपुरा रामधाम स्थित प्राथमिक विद्यालय की हालत भी सही नहीं है। इस विद्यालय में 340 बच्चे नामांकित है, इसमें से 304 बच्चे उपस्थित रहे। इन्हें बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सुमन चतुर्वेदी, शोभीलाल गुप्ता, कमलेश कुशवाहा, निधि दूबे, सुमित्रा चौरसिया व संध्या पांडेय समेत कुल छह शिक्षक तैनात हैं। लेकिन इस स्कूल में अभी बाउंड्रीवाल तक का निर्माण ही नहीं हुआ है। बीआरसी से करीब तीन किलोमीटर दूर स्थित तक किताबें भी नहीं पहुंची हैं, जिसके चलते बच्चे पुरानी किताबों से पढ़ाई करते हैं। बाउंड्री के अभाव में स्कूल के बच्चों को हमेशा दुर्घटना होने की आशंका रहती है। इसके अलावा विद्यालय के कमरों का फर्श टूट गया है। बच्चों के बैठने के लिए बॅच भी नहीं है, जिससे बच्चे जमीन पर ही बैठक कर पढ़ाई करते हैं
विशुनपुरा ब्लॉक के सोहनपुर स्थित संविलयन विद्यालय की स्थित बेहतर मिली। यहां 247 बच्चे नामांकित हैं। इसमें 215 बच्चे उपस्थित रहे। इन बच्चों को बेहतर शिक्षा देन के लिए नीरज त्रिपाठी, मोइनुल हक अंसारी, सुषमा मिश्र, शैलेंद्र तिवारी, शशिकला द्विवेदी, राजीव कुमार उपाध्याय, अरविंद मिश्रा, पूजा श्रीवास्तव समेत कुल नौ शिक्षक तैनात हैं। इस विद्यालय में सभी शिक्षक अपने कक्ष में पढ़ाते मिले। शौचालय और विद्यालय परिसर की बेहतर साफ-सफाई मिली तो बाउंड्रीवाल के साथ उसके बगल में पौधरोपण मिला। शिक्षण कक्षों में टाइल्स लगने के साथ ही बच्चे बेंच पर बैठकर पढ़ाई करते मिले। इस विद्यालय में सबसे आकर्षक ढंग से सजा पुस्तकालय मिला इसी तरह प्राथमिक विद्यालय जंगल कुरमौल में 139 बच्चे नामांकित हैं। इसमें से 130 बच्चे उपस्थित रहे। इन्हें पढ़ाने के लिए मीना खातून, अनुराधा चौवे, राहुल कुमार वर्मा, सीमा आर्या समेत चार शिक्षक तैनात हैं, जो सभी उपस्थित रहे। इस विद्यालय में बना शौचायल, बाउंड्रीवाल पेयजल समेत अन्य संसाधन उपलब्ध मिला। बीईओ अनुप गुप्ता ने बताया कि ब्लॉक के सभी विद्यालयों में किताबें भेजी जा चुकी हैं। कायाकल्प योजना के तहत नगर पंचायत या ग्राम पंचायत से बांउड्रीवाल, शौचालय समेत अन्य कार्य कराए जाने हैं। इसके लिए संबंधित को पत्र भेजा जा चुका है। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के मीडिया प्रभारी सूर्यप्रकाश उर्फ चिंटू शुक्ला ने बताया कि इस विद्यालय की बाउंड्रीवाल और शौचालय क्षतिग्रस्त होने की जानकारी है। इसकी मरम्मत के लिए सीडीओ को पत्र लिखा गया है। दीपावली के बाद इसकी मरम्मत करा दी जाएगी।
