संवाददाता, पटना
बीपीएससी द्वारा ली जाने वाली चौथे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में बैठने की अधिकतम अवसर अब तीन की बजाय पांच होंगे. बीते 15 मार्च को शिक्षा विभाग द्वारा बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक (नियुक्ति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई एवं सेवा शर्तें) नियमावली 2023 में संशोधन कर अवसरों की संख्या तीन से बढ़ाकर पांच कर दी गयी थी, लेकिन तीसरी बार ही शिक्षक नियुक्ति परीक्षा लेने के कारण किसी अभ्यर्थी को इस बढ़े अवसरों की जरुरत नहीं थी. टीआरइ-3 का विज्ञापन भी इस संशोधन के पहले ही आ गया था. लिहाजा उसमें संशोधित नियमावली
के आने के बावजूद बदलाव नहीं किया गया और अवसरों की संख्या तीन ही रही. लेकिन अब सरकार ने 1.60 लाख शिक्षकों की नियुक्ति करने का निर्णय किया है. वर्तमान में लगभग तीन लाख ऐसे अभ्यर्थी हैं जिन्होंने टीआरइ-1 और 2 के बाद टीआरइ-3 में अपने तीनों अवसरों का इस्तेमाल कर लिया है. टीआरइ- 3 में यदि वह पास नहीं होते है तो इन्हें फिर से परीक्षा देनी होगी. ऐसे में तीन चांस गंवा चुके ऐसे लगभग 2.50 लाख अभ्यर्थियों को चौथे अवसर की जरुरत पड़ेगी. इसे देखते हुए बीपीएससी नये विज्ञापन में नियमावली को पूरी तरह लागू करते हुए अवसरों की अधिकतम संख्या को बढ़ाकर तीन से पांच कर देगी. इससे अभ्यर्थी न केवल टीआरइ-4 में बैठ सकेंगे बल्कि उसमें असफल रहने पर टीआरइ- 5 में भी बैठ सकेंगे.