राज्य के विश्वविद्यालयों में सहायक प्राध्यापकों की अर्हता के लिए नेट की की तर्ज पर बेट (बिहार इलिजिबिलटी टेस्ट) लिया जायेगा. टेस्ट को पास करने वाले अभ्यर्थी राज्य के विश्वविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक पद के पात्र माने जायेंगे. गुरुवार को राज्य के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बिहार उच्चतर शिक्षा परिषद की सामान्य परिषद की बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया. इसके अनुसार, बिहार के
विद्यार्थियों के हित में यह फैसला लिया गया है. शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने उच्च शिक्षा निदेशक से कहा कि बेट का सिलेबस तैयार कराएं, सिलेबस के आधार पर बेट आयोजित किया जायेगा. सिलेबस
को यूजीसी अप्रूव करेगा, अभी अंतिम निर्णय राज्य सरकार को लेना है. इस दौरान शिक्षा मंत्री ने परिषद से राज्य के पारंपरिक विश्वविद्यालयों की परीक्षा और कॉपियों की मूल्यांकन प्रणाली ऑनलाइन करने के बारे में फिजिबिलिटी रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने कहा किशिक्षा विभाग चाहता है कि यहां बिट्स पिलानी मॉडल पर काम होना चाहिए,