बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता। एचएम प्रोन्नति मामले पर डीईओ राजकुमार व सोसंदी स्कूल की प्रभारी एचएम सुजंता कुमारी आमने-सामने आ गयी हैं। डीईओ ने पत्र जारी कर प्रभारी एचएम को अविलंब प्रभार सौंपने का आदेश देते हुए कहा है कि प्रभार न देने का मतलब यह कि स्कूल में राशि का गबन किया गया है। जबकि, डीईओ के एक पन्ने के पत्र का जवाब दो पन्नों में देते हुए प्रभारी एचएम सुजंता कुमारी ने डीईओ को बिन्दुवार तथ्यों को रखा है। इतना ही नहीं, डीईओ को उनके पद की गरिमा का ख्याल रखने की नसीहत दे डाली, बल्कि उन्हें शिक्षा विभाग के नियमों का भी पाठ
पढ़ाया। प्रभारी एचएम ने कहा जवाबी पत्र में स्पष्ट किया है कि डीईओ बार-बार प्रभार सौंपने के लिए पत्र दे रहे हैं, लेकिन न मार्गदर्शन दे रहे हैन औ न ही प्रभार सौंपने की सही राह दिखा रहे हैं। डीईओ राजकुमार ने स्कूल के प्रभारी एचएम सुजंता कुमारी व चिकित्सा अवकाश पर चल रहे एचएम मो. निशात आलम के नाम पत्र जारी किया है। प्रोन्नत एचएम उदित नारायण को 24 घंटे में संपूर्ण प्रभार सौंपने का आदेश दिया है। पत्र जारी होने के बाद सोसंदी स्कूल की प्रभारी एचएम सुजंता कुमारी ने जो जवाब लिखा है, चहुंओर चर्चा में है। डीईओ ने पत्र जारी कर अविलंब प्रभार सौंपने का आदेश देते हुए गबन की आशंका भी जतायी है। इसके जवाब में एचएम ने कहा है कि गबन का आरोप लगाने वाले से इसका साक्ष्य मांगा जाए।
इसकी गहनता से जांच करायी जाए। दोषी पाये जाने पर मुझपर कठोर कार्रवाई की जाए। अन्यथा आरोप लगाने वाले पर कार्रवाई की जाए। साथ ही, प्रभारी एचएम ने डीईओ को विभागीय नियम का पाठ पढ़ाते हुए कहा है कि जब मामला न्यायालय में लंबित है तो विभागीय नियमानुसार न्यायालय का भी आदेश सर्वमान्य होगा। मुझपर प्रभार के संबंध में किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जाए जो न्यायालय हित में होगा। डीईओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि डीईओ द्वारा केवल एक शिक्षक का बचाव करते हुए मुझपर ही कार्रवाई का वाण चलाया गया है। थाना में एफआईआर तक दर्ज करा दी गयी है। इससे आपके (डीईओ) द्वारा एक पक्ष का वचाव की नियत को परिलक्षित करता है