शिक्षकों के पदस्थापन और स्थानांतरण के पहले उनसे विकल्प लिये जाएंगे। हालांकि, कितने जिलों का विकल्प शिक्षकों से लिया जाएगा, यह तय नहीं हुआ है। जल्द ही यह भी निर्धारित कर दिया जाएगा। इसके बाद प्राथमिकता और नियमावली के प्रावधानों के अनुरूप शिक्षकों को नये स्कूल में भेजा जाएगा। पदस्थापन में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर स्कूल में बीपीएससी शिक्षक भी जरूर रहें। मालूम हो कि अभी राज्य में साढ़े पांच लाख शिक्षक कार्यरत हैं। विभाग इस पर भी मंथन कर रहा है कि जो नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण नहीं हैं, उन्हें नियोजन इकाई से बाहर स्थानांतरण किस आधार पर किया जा सकता है।