जिले के 700 प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत लगभग 15000 शिक्षकों को ई-शिक्षा कोष एप पर हाजिरी बनाने के निर्देश हैं। उसी के अनुसार उनका वेतन भुगतान भी शिक्षा विभाग कर रहा है, पर अब भी 12000 शिक्षक ही एप पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा पा रहे हैं। जबकि सुदूर इलाके के 3000 शिक्षक की उपस्थिति एप पर दर्ज कराने में अब भी नेट बाधा बना हुआ है। ऐसे शिक्षक अब भी रजिस्टर पर
ही उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। उसी के अनुसार उनका वेतन भी मिल रहा है। हालांकि, शिक्षा विभाग काफी प्रयासरत है कि सभी शिक्षकों की हाजिरी एप पर दर्ज होनी शुरू हो जाए। लेकिन शिक्षा विभाग की सुस्ती के ही चलते मृतक, सेवा निवृत शिक्षकों की हाजिरी भी एप पर बन रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि कई ऐसे शिक्षक है जो महीनों से स्कूल में अनुपस्थित है। फिर भी एप पर उनकी उपस्थिति दर्ज हो रही है। अब बीईओ से इसकी सूची मांगने की याद विभाग को आई है।