भास्कर न्यूज | शंकरपुर
बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की बैठक सोमवार को मध्य विद्यालय शंकरपुर में प्रखंड अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में की गई। बैठक का संचालन सचिव लालबहादुर यादव ने किया। जिसमें प्रखंड के सभी विद्यालय के शिक्षक एवं अध्यापक भाग लिए।
बैठक को मुख्य रूप से संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने संबोधित करते हुए कहा कि सूबे के सरकारी विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों की विभिन्न श्रेणी कर सरकार ने शिक्षा व्यवस्था के साथ भेदभाव कर डाला है। क्योंकि एक ही विद्यालय में कई नाम नियमित, नियोजित, अध्यापक एवं शारीरिक स्वास्थ्य अनुदेशक के रूप में शिक्षक कार्य कर रहे हैं।
शिक्षकों का अलग-अलग वेतनमान एवं सेवा-सुविधा है। जिसे दूर कर ही राज्य की शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ हो पाएगा। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक, माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के
नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा लेकर नये पदस्थापन कर राज्यकर्मी बनाना भी उसके भविष्य के साथ धोखा है। क्योंकि उन्हें राज्यकर्मी वाले सहायक शिक्षकों की भांति वेतनमान, प्रोन्नति समेत अन्य सभी सुविधा नहीं मिलेगा। वहीं स्थिति नये बहाल विद्यालय अध्यापकों का भी है। शिक्षा विभाग सभी कार्यालय में लुट मची है। एजेंसियों द्वारा बीआरसी में बीआरपी बहाली, सफाईकर्मी, बेंच डेस्क आपूर्ति में गुणवत्तापूर्ण एवं सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाई गई है। जिसकी राज्य भर में उच्चस्तरीय जांच कराई जाय ताकि भ्रष्टाचारियों का पोल खुल सकें। जिला सचिव नीलम कुमारी ने महिला शिक्षिकाओं से अपील करते हुए कहा कि संघ से जुड़े एवं निर्भीक रहे। बैठक में मुख्य रूप से जिला कार्यालय सचिव जय कुमार ज्वाला, पूर्व बीआरपी अखिलेश कुमार, मीडिया प्रभारी रितेश कुमार सिन्हा ने संबोधित किया। @